शुक्रवार, 13 मई 2011

भोजपुरी में दू गो किताब


डा रामनिवास मानव हिन्दी के एगो साहित्यकार बारन। उनका दू गो किताब के भोजपुरी में अनुवाद भइल बा। पहिला किताब हS एकमुश्त समाधान जवना के भोजपुरी अनुवाद कइले बानी सूर्यदेव पाठक 'पराग'। ई किताब मानव जी के दू गो लघुकथा-संग्रह के हिन्दी से भोजपुरी में अनुवाद कS के छापल गइल बाS। ए किताब में कुछ लघुकथा बरा बन्हिआ मिलि। एकरा के जरुर पर्हीं। एकर लिंक बाS


एकमुश्त समाधान  2009 में प्रकाशित    भोजपुरी में अनूदित लघुकथा-संग्रह                                         


आ दोसरका किताब के नाम बा 'केतना मुश्किल बा' जवन मानव जी के कुछ हिन्दी कवितन के भोजपुरी अनुवाद कS के छापल गइल बा। एकर अनुवाद कइले बारन भगवान सिंह भास्कर। एकर लिंक बाS


केतना मुश्किल बा  2009 में प्रकाशित        भोजपुरी में अनूदित कविता-संग्रह                  


अभी समय का अभाव के चलते जादे नइखीं लिख पावत लेकिन बाद में जल्दिए रउरा पर्हे के मिलि। पढ़ाई के जगे पर्हाई लिखला से कवनो दिक्कत ना होखे के चाहीं काहे कि हमार विचार बाS कि जइसे भोजपुरी बोलल जाला ठीक वइसहीं लिखल जाव। 

1 टिप्पणी:

ईहाँ रउआ आपन बात कह सकीले।